सीतायण
प्रिय पाठकों,
मेरी रचना 'सीतायण 'आपके समक्ष प्रस्तुत है। इस रचना को लिखने की प्रेरणा मुझे 'रामायण-मनका 108 से मिली, जिसमें राम के जीवन चरित्र को 108 चौपाइयों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। मुझे लगता है राम को 'श्री राम ' सीता के त्याग, समर्पण और चरित्र की पवित्रता ने बनाया है। सीता का चरित्र तो हर नारी के लिये अनुकरणीय है चाहे वह प्रेमिका हो, पत्नी हो, माँ हो या हर वह नारी जिसे आत्मसम्मान प्रिय है। राम से प्रेम हो जाए तो उन्हें मर्यादा से पाने
वाली हर नारी सीता है। सुखसुविधाओं में जीवन यापन करने के उपरान्त, पति के दुख में हंसकर साथ निभाने वाली हर नारी सीता है। पर पुरुष के महल में रहकर अपने राम को ना भूलने वाली हर नारी सीता है। अभावों में रहकर अपने बच्चों अपने कुल के योग्य बनाने वाली हर नारी सीता है। अपने आत्म सम्मान के लिये अपने अधिकार को भी छोड़ने वाली हर नारी सीता है। तो मैंने सोचा क्यों ना ऐसा कुछ लिखा जाये, जिसमें मुख्य पात्र सीता हो। बस इसी सोच के साथ आपके समक्ष प्रस्तुत है सीतायण।
नीतेश रघुवंशी 'नीतू'
Language Hindi
Features Flowing text, Original pages
Author नीतेश रघुवंशी 'नीतू'
Publisher हरि ॐ शंखनाद
Published on Jun 20, 2024
ISBN 9789334042016
Best for web, tablet, phone
Pages 35
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Genres
Fiction / Religious
Poetry / Women Authors
Religion / Hinduism / General
Religion / Hinduism / Theology
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नीतेश रघुवंशी 'नीतू' जी का जन्म 11 अक्टूबर 1987 को मध्य-प्रदेश की सिरोंज तहसील के चंदाढाना ग्राम में हुआ था। 'नीतू' जी के पिता श्री लक्षमण सिंह रघुवंशी (शिक्षक) एवं माता श्रीमती बालवती देवी (गृहणी) हैं। 'नीतू' जी ने कंप्यूटर साइंस में स्नातक, गणित में स्नातकोत्तर एवं विज्ञान में व्यवसायिक शिक्षा प्राप्त की है। 'नीतू' जी वर्तमान में राधाकृष्णपुरम, बरेठ रोड गंज, बासौदा में निवासरत हैं और गणित विषय की उच्च माध्यमिक शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहीं है। 'नीतू' जी को बचपन से लेखन का शौक है। धार्मिक लेखन तथा महिलाओं पर आधारित लेखन में 'नीतू' जी की विशेष रूचि है।
'नीतू' जी की साहित्यिक उपलब्धियां - कई पुस्तकों में विभिन्न कविताओं का प्रकाशन हो चुका हैँ जैसे -एकाक्षर स्तवन में -'गणपति से सीखा ', 'सरस्वती वंदना','नवरात्रि 'और 'सीता की व्यथा ' पिता की छाँव में -'हर हसरत का हमराज़ है पिता', 'पिता -पुत्री संवाद 'आदि।
Nitesh Raghuvanshi 'Neetu' ji was born on 11 October 1987 in Chandadhana village of Siroj tehsil of Madhya Pradesh. 'Neetu' ji's father is Mr. Laxman Singh Raghuvanshi (teacher) and her mother is Mrs. Balvati Devi (housewife). 'Neetu' ji has graduated in computer science, post-graduation in mathematics, and professional education in science. 'Neetu' ji is currently residing in Radhakrishnapuram, Bareth Road Ganj, Basoda, and is serving as a higher secondary teacher of mathematics subject. 'Neetu' ji is fond of writing since childhood. 'Neetu' ji has a special interest in religious writings and writings based on women. Literary achievements of Neetu ji- Various poems have been published in many books like- in Ekaakshar Stavana - 'Learned from Ganpati', 'Saraswati Vandana', 'Navratri' and 'Sita's Agony', under father's Shadow - 'Father is the confidant of every desire', 'Father-daughter dialogue' etc.
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